गोधरा स्थित जय जलाराम स्कूल में नीट परीक्षा में परीक्षार्थी को पास कराने से जुड़ा है यह मामला।
पंचमहाल जिले के गोधरा स्थित जय जलाराम स्कूल में नीट परीक्षा में परीक्षार्थी को पास कराने के लिए सेटिंग करने के मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के बाद सोमवार को एजेंसी की जांच टीम गोधरा सर्किट हाउस पहुंची है।
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पंचमहाल जिले के गोधरा स्थित जय जलाराम स्कूल में नीट परीक्षा में परीक्षार्थी को पास कराने के लिए सेटिंग मामले की गूंज देश भर में सुनाई दी थी। इस मामले को लेकर 8 मई, 2024 को गोधरा तहसील थाने में शिकायत दर्ज की गई थी। मामले में 5 आरोपितों को पकड़ा गया था। अब इस मामले की जांच राज्य सरकार ने सीबीआई को सौंप दी है।
सोमवार को गोधरा सर्किट हाउस में पहुंची सीबीआई टीम के साथ पंचमहाल जिले के पुलिस अधीक्षक हिमांशु सोलंकी भी हैं। समग्र देश में हड़कंप मचाने वाले नेशनल एलिजबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट अंडर ग्रेजुएट-2024 (नीट यूजी) की 5 मई को परीक्षा ली गई थी।
गोधरा तहसील थाने में दर्ज प्राथमिकी की भी जांच राज्य सरकार ने सीबीआई को सौंप दी है। जांच मामले में सभी आरोपितों से पूछताछ से मिली जानकारी समेत अन्य आरोपितों को पकड़ने की कवायद शुरू की गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले में बड़ा खुलासा होने की संभावना है।
गोधरा नीट कांड में 5 आरोपी गिरफ्तार
गोधरा में गैरकानूनी तरीके से नीट एग्जाम पास कराने के केस में जयराम स्कूल के आचार्य और नीट एग्जाम के सिटी कोऑर्डिनेटर पुरुषोत्तम शर्मा समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। लोवर कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। पुलिस ने अदालत में जमानत याचिका का विरोध करते हुए बताया कि कैसे पुरुषोत्तम शर्मा, टीचर तुषार भट्ट, रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम राय, उनके साथी विभोर और बिचौलिए आरिफ ने इस कांड को अंजाम देने के लिए नीट एग्जाम से पहले एक होटल में बैठक की थी।
जयराम स्कूल के आचार्य और टीचर भी शामिल
जानकरी के मुताबिक, जयराम स्कूल को एग्जाम सेंटर के तौर पर तय करने से पहले चार स्कूलों का सर्वे किया गया था, जिनमें से एक जबनपुर का सरकारी कॉलेज भी था, जो एग्जाम सेंटर के लिए पूरी तरह से उपयुक्त था। इसके बाद भी जयराम स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया, जिसमें पुरुषोत्तम शर्मा आचार्य और तुषार भट्ट शिक्षक हैं।
एग्जाम सेंटरों से कई अहम सुराग मिले
इस मामले की जांच कर रहीं एजेंसियां गोधरा परीक्षा सेंटरों से सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल, फोन से मिले 30 छात्रों की डिटेल और परीक्षा एजेंसी के दस्तावेज समेत कई महत्वपूर्ण सुराग लेकर गई हैं। वहीं, गोधरा पुलिस ने इस मामले में एनटीए से जानकारी मांगी है कि परीक्षा कैसे कंडक्ट कराई जाती है और एग्जाम के ऑब्जर्वर एवं सुपरवाइजर की भर्ती प्रक्रिया क्या होती है। आरोपियों से बरामद फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा।
कलेक्टर को मिली सूचना के आधार पर गोधरा के एग्जाम सेंटर जय जलाराम स्कूल का निरीक्षण किया गया।
ऐसे हुआ नीट कांड का खुलासा
आपको बता दें कि कलेक्टर को मिली सूचना के आधार पर गोधरा के एग्जाम सेंटर जय जलाराम स्कूल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान खुलासा हुआ कि परीक्षार्थियों से पैसे लेकर परीक्षा पास कराने का खेल हुआ। इस पर पंचमहल जिले के शिक्षा अधिकारी किरीट पटेल ने शिकायत दर्ज कराई। जांच में पता चला कि आरिफ वोरा ने एजेंट के तौर पर तुषार भट्ट से छात्रों की मुलाकात कराई। फिर 10-10 लाख में डील हुई और 7 लाख रुपए एडवांस लिए थे।
कार से 7 लाख रुपए कैश भी बरामद हुए थे
तुषार भट्ट के मोबाइल में परशुराम राय से चैट मिले, जिसमें 11 छात्रों के नाम, रोल नंबर और उनके एग्जाम सेंटर्स का पता लिखा था। उनकी कार से 7 लाख रुपए कैश भी बरामद हुए, जबकि परशुराम के घर से 2 करोड़ 30 लाख रुपए के चेक और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले हैं। जांच में यह भी बात सामने आई कि गोधरा के आरिफ वोरा और परशुराम राय की भूमिका छात्रों से पैसे लेकर पास कराने में है।
भट्ट के फोन से 30 से ज्यादा छात्रों के नाम के आगे कन्फर्म चिह्न बने थे। उसने एडवांस लेने वाले छात्रों को ओएमआर शीट खाली छोड़ने के लिए कहा था, ताकि बाद में शीट को भरकर उन्हें पास कराया जाए।