एमओयू में हस्ताक्षर होने के बाद दोनों संस्थानों के मौजूद अधिकारी।
सेना के क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करने के इरादे से IIT कानपुर व हेड क्वार्टर सेंट्रल कमांड लखनऊ के बीच गुरुवार को एक एमओयू हुआ है। यह समझौता रक्षा मंत्रालय के हेड क्वार्टर, नई दिल्ली द्वारा निर्धारित भारतीय सेना की थीम “टेक्नोलॉजी अब्सॉर्प्शन 2024
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यह समझौता रक्षा बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करेगा
आईआईटी के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल, निदेशक, आईआईटी कानपुर ने कहा, ‘साइबर खतरों के उभरते परिदृश्य के इस युग में, यह जरूरी है कि हम महत्वपूर्ण सैन्य अनुप्रयोगों और बुनियादी ढांचे की साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में काम करें। यह समझौता ज्ञापन रक्षा बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करने के हमारे चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।’
एमओयू में हस्ताक्षर करते जनरल मुकेश चड्ढा एसएम और प्रो. तरुण गुप्ता।
उन्होंने कहा, ‘यह समझौता ज्ञापन एक व्यापक साइबर रक्षा रणनीति बनाने पर केंद्रित है, जिसमें सक्रिय खतरे का पता लगाना, वास्तविक समय प्रतिक्रिया तंत्र और सुरक्षित सॉफ्टवेयर वास्तुकला का विकास शामिल है। भारतीय सेना के व्यावहारिक अनुभव को आईआईटी कानपुर की शैक्षणिक और अनुसंधान उत्कृष्टता के साथ जोड़कर, सहयोग का उद्देश्य एक मजबूत साइबर पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जो परिष्कृत साइबर हमलों का सामना करने में सक्षम हो।’
ये एमओयू नई चुनौतियों के अनुकूल होगा
सी3आईहब के परियोजना निदेशक प्रो. संदीप शुक्ला ने कहा, ‘हमें भारतीय सेना के साथ ये सहयोग करने और साइबर सुरक्षा में अपनी विशेषज्ञता का योगदान देने पर गर्व है। यह समझौता ज्ञापन न केवल वर्तमान साइबर सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करता है, बल्कि विभिन्न उच्च तकनीक क्षेत्रों में भविष्य के नवाचारों के लिए भी द्वार खोलता है। साइबर खतरों की गतिशील प्रकृति के लिए निरंतर सतर्कता और नवाचार की आवश्यकता होती है। यह साझेदारी एक मजबूत साइबर सुरक्षा स्थिति विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रारंभिक बिंदु है जो नई चुनौतियों के अनुकूल हो सकती है।’
उन्होंने कहा कि ‘यह समझौता ज्ञापन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), क्वांटम कंप्यूटिंग, एन्क्रिप्शन और ड्रोन टेक्नोलॉजी सहित अन्य उन्नत प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में भविष्य के सहयोग के लिए मंच तैयार करेगा। इस साझेदारी से शिक्षा जगत और भारतीय सेना के बीच गहरा जुड़ाव बढ़ने, नवाचार को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की उम्मीद है।’
इन्होंने किए एमओयू में हस्ताक्षर
इस समझौता ज्ञापन पर औपचारिक रूप से लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा एसएम, वीएसएम और आरएंडडी प्रो. तरुण गुप्ता ने सी3आईहब (C3iHub), आईआईटी कानपुर के परियोजना निदेशक प्रो. संदीप शुक्ला की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। इस समारोह में भारतीय सेना से मेजर जनरल शबीह हैदर नकवी, कर्नल हिरेन बोरा, कर्नल सजल थापा और लेफ्टिनेंट कर्नल वैभव आप्टे और सी3आईहब, आईआईटी कानपुर से मुख्य वित्त अधिकारी अजय कुमार मिश्रा, आरएंडडी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रोहित नेगी, वरिष्ठ परियोजना कार्यकारी अभियंता मृदुल चमोली, सहायक परियोजना प्रबंधक-लीगल चंदन सिंह शामिल थे।