गुजरात स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सूरत में नाम बदलकर रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए को पकड़ने के लिए ऑपरेशन बांग्लादेशी चलाकर बड़ी सफलता हासिल की है। इसी कड़ी में एसओजी ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो मूल रूप से बांग्लादेश का नागरिक है, लेकिन प
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आरोपी ने अपनी हिंदू आईडेंटिटी बताने के लिए कई फर्जी दस्तवेज भी तैयार किए थे। जिसमें आधार कार्ड से लेकर पैन कार्ड तक शामिल है। इन दस्तावेजों के आधार पर कतर देश के दोहा शहर में काम करके आ चुका है।
आरोपी ने अपनी हिंदू आईडेंटिटी बताने के लिए कई फर्जी दस्तवेज भी तैयार किए थे।
बांग्लादेश का जन्म प्रमाण पत्र भी मिला
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के हेड कांस्टेबल जगशी तथा पुलिस कांस्टेबल देवेंद्रदान को संयुक्त रूप से जानकारी मिली थी कि बांग्लादेशी मुस्लिम युवक रहमत नगर, चांडाल चौकड़ी के पास ग्राउंड फ्लोर के मकान नंबर-180 में रह रहा है। मीनार हेमायत सरदार (24 वर्षीय) को दबोचा। आईपीसी की धारा 465, 467, 468, 471 समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसके पास से बांग्लादेश का जन्म प्रमाण पत्र, बांग्लादेश का प्राथमिक शिक्षक प्रवेश पत्र, स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट, बांग्लादेश का नेशनल आईडी कार्ड, इसके अलावा शुवो सुनील दास नाम का फर्जी भारतीय डॉक्यूमेंट, पश्चिम बंगाल के स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, स्टेट ऑफ़ क़तर रेजिडेंसी परमिट के असली कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, मकान का रेंट एग्रीमेंट बरामद किया है।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कतर देश के दोहा शहर में काम करके आ चुका है।
आरोपी ने एजेंट के माध्यम से बॉर्डर पार किया था
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी को एजेंट ने ₹25 हजार में बॉर्डर पार करवाया था। भारत-बांग्लादेश का बॉर्डर सतखिरा पार करने के बाद वह सूरत आया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी का सीडीआर मंगाया गया है। जिसके माध्यम से पता चलेगा कि वह और किन-किन लोगों के संपर्क में था और उनके आगे की क्या प्लानिंग थी।
मजदूरी के साथ स्पा में लड़कियां सप्लाई करता था
साल 2023 में वापस सूरत आया और कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरी का काम करने लगा था। इसके अलावा वह स्पा में भी काम करता। जिसमें वह ग्राहकों तक लड़कियां सप्लाई करने का एजेंट भी था और उसे वहां से अतिरिक्त कमाई होती थी। हालांकि, इस दौरान वह कभी बांग्लादेश नहीं गया। वह भारत में ही रहता था।