न्यूयॉर्क. अमेरिका में मैनहट्टन की एक जूरी ने अपने फैसले में पाया कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक सेक्स स्कैंडल को छिपाने के लिए अपने बिजनेस रिकॉर्ड में हेराफेरी की थी. अगर ये सेक्स स्कैंडल सामने आ जाता तो साल 2016 में डोनाल्ड ट्रम्प के लिए राष्ट्रपति पद का चुनाव मुश्किल भरा हो सकता था. यह एक बहुत आम केस नहीं था. जिसने अमेरिकी जूडिशियल सिस्टम के लचीलेपन की जांच किया और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को एक अपराधी करार दिया. ट्रम्प को उन पर लगाए गए सभी 34 ‘फेलोनी’ (Felony) आरोपों में दोषी करार दिया गया. यह फैसला फैसला पूरे देश और दुनिया में गूंजेगा. यह राष्ट्रपति पद की राजनीति के एक नए युग की शुरुआत है.
ट्रम्प अब व्हाइट हाउस के लिए अपने तीसरे अभियान के दौरान इस फैसले का दाग अपने साथ लेकर चलेंगे. वोटरों को अब एक मौजूदा राष्ट्रपति और एक जघन्य अपराध के लिए दोषी करार दिए जा चुके शख्स के बीच चुनाव करना होगा. ट्रम्प ने 2020 के चुनाव में अपनी हार को कबूल करने से इनकार कर दिया था. गुरुवार को जब ट्रम्प के खिलाफ फैसला आया तो उन्होंने बहुत कम भावनाएं दिखाईं, अपनी आंखें बंद कर लीं और धीरे-धीरे अपना सिर हिलाया. जबकि अदालत कक्ष में सन्नाटा छा गया. लेकिन जब वह बाहर आए तो उन्होंने टेलीविजन कैमरों से बात की. उन्होंने चुनाव के दिन का जिक्र करते हुए कहा कि ‘असली फैसला 5 नवंबर को लोगों द्वारा सुनाया जाएगा.’
क्या है फेलोनी?
अमेरिकी कानून में फेलोनी को आम तौर पर एक ऐसे अपराध के रूप में जाना जाता है, जिसके लिए कम से कम एक साल की कैद या मौत की सजा हो सकती है. इसके विपरीत, दुष्कर्म को अक्सर ऐसे अपराधों के रूप में परिभाषित किया जाता है, जिनके लिए केवल जुर्माना या स्थानीय जेलों में कारावास की छोटी अवधि की सजा दी जाती है. मूल रूप से अंग्रेजी कानून में फेलोनी एक ऐसा अपराध था जिसके लिए अपराधी की सभी अचल और निजी संपत्ति जब्त करने के साथ-साथ जो भी सजा दी जाती थी, उसे भुगतना होता था. जबकि अमेरिकी कानून के तहत अपराधी की सारी संपत्ति जब्त नहीं की जाती है. हालांकि कुछ अपराधों के लिए जैसे कि कुछ प्रकार के रैकेटियरिंग वाले अपराधों में संपत्ति जब्ती होती है.
FIRST PUBLISHED : May 31, 2024, 17:45 IST